बहुत तड़पा हूं खुदाया…
तेरे इक बन्दे के पीछे
Tag: Zindagi Shayri
ज़िन्दगी तस्वीर भी है
ज़िन्दगी तस्वीर भी है और तकदीर भी!
फर्क तो रंगों का है!
मनचाहे रंगों से बने तो तस्वीर;
और अनजाने रंगों से बने तो तकदीर!!
या तो हमें मुकम्मल
या तो हमें मुकम्मल, चालाकियां सिखाई जाएं;
नहीं तो मासूमों की, अलग बस्तियां बसाई जाएं!
उसने फिर मेरा हाल पूछा है…
उसने फिर मेरा हाल पूछा है…
कितना मुश्किल सवाल पूछा है॥
कभी जी भर के
कभी जी भर के बरसना…
कभी बूंद बूंद के लिए तरसना…
ऐ बारिश तेरी आदतें मेरे यार जैसी है…!!
रोशनी बहुत दूर तक
रोशनी बहुत दूर तक जाएगी मेरी,
शर्त ये है कि सलीक़े से जलाओ मुझको……
गिरा ना पाओगे
गिरा ना पाओगे लाख चाहकर भी मेरी शख्सियत को,
मेरा कारवां मेरे चाहने वालों से चलता हैं न की नफरत करने वालों से…!!!
इश्क कौन सा जरूरी है..
तेरी खामोशी अगर
तेरी मजबुरी है…
तो रहने दे इश्क
कौन सा जरूरी है..
तेरी मौहब्बत के कर्ज का
तेरी मौहब्बत के कर्ज का,अब कैसे हिसाब हो….
तू गले लगाकर कहती है,आप बड़े खराब हो…
हम भी मुस्कुराते थे
हम भी मुस्कुराते थे कभी बेपरवाह अंदाज से
देखा है खुद को आज पुरानी तस्वीरों में…..