हारने वाले के आगे हाथ जोड़कर दिल जीतता हुँ
महोब्बत के अखाड़े का सुल्तान मैं भी हूँ ।
Tag: Zindagi Shayri
इज़ाज़त हो तो
इज़ाज़त हो तो लिफाफे में रख कर, कुछ वक़्त भेज दूं……
सुना है कुछ लोगों को फुर्सत नहीं है, अपनों को याद करने की!
मेरे शहर मे
मेरे शहर मे खुदाओं की कमी नही दिक्कत तो मुझे
आज भी इन्सान ढूंढने मे आती है..!!
अपनी बाँहों में
अपनी बाँहों में ले के सोता हूँ,
मैंने तकिये का नाम ‘तुम’ रखा है..
तू है…यादें हैं…
तू है…यादें हैं…और ग़म भी हैं…..
इन सब में…..थोड़े से…हम भी हैं…
लाख कसमें ले लो
लाख कसमें ले लो किसीसे,
छोड़ने वाले छोड़ ही जाते है !!
फिर पलट रही है
फिर पलट रही है बारिशों की सुहानी शामें ,फिर तेरी याद में भीगने के ज़माने आये हैं ..
दिल तो कोई भी
दिल तो कोई भी बहला देता है,हुज़ूर को दिल दुखाने वाले पसंद हैं!
सिर्फ इतना उसे बता देना…
सिर्फ इतना उसे बता देना……!
मुझे आता नहीं भुला देना…
तुम थक तो नहीं जाओगे
तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तजार में तब तक .?
मैं मांग के आऊं खुदा से तुमको जब तक ..