हर तकलीफ से इंसान का दिल दुखता बहुत है,..
पर हर तकलीफ से इंसान सीखता भी बहुत है….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हर तकलीफ से इंसान का दिल दुखता बहुत है,..
पर हर तकलीफ से इंसान सीखता भी बहुत है….!!
सागर का पानी घड़े में भरा नहीं जाता,
नाम दिल में हो तो खत में नहीं लिखा जाता
मैं ख़ामोशी तेरे मन की तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा..!
मैं एक उलझा लम्हा तू रूठा हुआ हालात मेरा..!!
बहुत दूर चले आयें है हम अपने गाँव और मकान से!
बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है ऐ शहर बेहतर जिंदगी बनाने में !!
एक नींद है जो
रात भर नहीं आती
और
एक नसीब है
जो पता नही कब से सो रहा है।
ना हमने चिट्ठी लिखी ना भेजे पैगाम बिना बुलाए आ गयीं कुछ यादें गुमनाम
लोग पीठ पीछे इतनी बुराई करते हैं कि अब तो पीठ भी दर्द करने लगी
चलो कोई ऐसा तरीका ढूंढते हैं,
मन्द हवा भी चले और दिए भी जले।
खुश हूँ तेरे बिना पर
आंसू ही गिर पड़े आँखों से लिखने से पहले।
क़ैद न कर पाओगे, हवा हूँ मैं, एक दिन उड़ जाऊँगा
ढूँढा करोगे, नज़र न आऊँगा ख़ाक में मिल जाऊँगा..