देखा आज मैने रास्ते पर

देखा आज मैने
रास्ते पर बिखरा हुआ
सुख जो दौलत का था
दुख जो औरत का था

रास्ते पर खड़ी हुई
सोचती ये रह गई
किस कदर गिर गया
इंसान जो कुदरत का था

रिश्ता

?” रिश्ता “?
कई लोगों से होता है , मगर …
कोई प्यार से निभाता है तो …
कोई नफरत से निभाता है ..

दर्द

?” दर्द “?
सभी इंसानो मे है
मगर …
कोई दिखाता है तो …
कोई छुपाता है …..

नजर ख़राब है

मेरे हाथ में गंगाजल,तेरे हाथ में शराब है????
मैं हो गया अमावास तू माहताब है?
तेरी नजर उठी तो अदा-ए-हुस्न हो गयी??
उठी जो मेरी नजर तो नजर ख़राब है??