सब्र कर बन्दे, मुसीबत के दिन गुजर जायेगे.
आज जो तुजे देखके हस्ते है.
वो कल तुजे देखते रह जायेगे
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सब्र कर बन्दे, मुसीबत के दिन गुजर जायेगे.
आज जो तुजे देखके हस्ते है.
वो कल तुजे देखते रह जायेगे
मै लिखता हु शिकायते तेरी तु पढ़ती है मोहब्बत मेरी॥
जहाँ से इश्क ख़त्म होता है
वहाँ से जिंदगी शुरू होती है।
आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं,
है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए !!
बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो,
…
अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।
लोग अक्सर शोर से उठ जाते है
मुझे तो उसकी ख़ामोशी सोने नही देती…………
वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर,
इसकी आदत भी आदमी सी है.
वादा करते हैं दोस्ती निभाएंगे कोशिश यही रहेगी तुझे ना सताएँगे
ज़रूरत पड़े तो दिल से पुकार ना
मर भी रहे होंगे तो मोहलत लेकर आयेंगे
बहुत सोच समझकर हमसे कोई वादा करना…. ऐ दोस्तों…… हम वादे पर जिंदगी गुज़ार देते हैं…..!!
मेरे हर किस्से में तुम आते हो !!!
पर मेरे हिस्से में कब आओगे ?