क्या मांगू खुदा से में आपको पाने के बाद,किसका करू इंतेज़ार में आपके आने के बाद,
क्यूँ दोस्तों पर जान लुटाते हैं लोगमालूम हुआ आपको दोस्त बनाने के बाद|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
क्या मांगू खुदा से में आपको पाने के बाद,किसका करू इंतेज़ार में आपके आने के बाद,
क्यूँ दोस्तों पर जान लुटाते हैं लोगमालूम हुआ आपको दोस्त बनाने के बाद|
इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए!
कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए!
आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था!
आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए!
कभी किसी से प्यार मत करना!
हो जाये तो इंकार मत करना!
चल सको तो चलना उस राह पर!
वरना किसी की ज़िन्दगी ख़राब मत करना!
Waqt k alaav me hath sekne nikla tha main….
Hath to salamat h magar,,,Kuch rishte jarur jal gaye h..
रात भर जन्नत की सैर करते रहे हम,
सुबह उठे तो देखा हमारा सर माँ के पैरों मे था…
Khud Ka Sukoon Mita
Lete Hain Wo ..
Dusron Ki Zindagi Mein
Taank-Jhaank Karte Hain Jo
चंद सिक्को की मजबूरी ही है जो खुद के बच्चो को भूखा छोड़ के एक माँ….
अपनी मालकिन के बच्चों को रोज खिलाने जाती है|
Hamse bhulaya nahi jaata ek uska pyaar,
log jigar vale hai, jo roj naya mahbub bana lete hai..
Usne chupke se meri aankho par hath rakhkar pucha batao kaun,
mai muskarakar dhire se bola “Meri zindagi”..
Silsila ye chahat ka dono taraf se tha,
vo meri jaan chahti thi aur mai jaan se jyaada use..