तेरे नाम से

लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नाम से….

कि जिसने तुम्हे देखा भी नही,

उसने भी तेरी तारीफ कर दी

ये हसीन सुबह

ये गुलाबी ठंड, ये हसीन सुबह और उस पर तौबा तुम्हारी इतनी याद, सुनो..
कभी तो तुम भी यूँही हमसे मिलने चले आओ