अपनी मंज़िल पे पहुंचना और खड़े रहना भी,
कितना मुश्किल है बड़े होकर बड़े रहना भी ..!!
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किसी की खातिर
किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तेहाँ कर
दो,
लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर
दो|
जी चाहता है
जी चाहता है देखा करू तुझ को बार बार
जी भरता नही है मेरा इक बार देख कर
बदला पाने की
बदला पाने की इच्छा रहित जो भलाई की गई है,
वह समुद्र की तरह महान है…!!!
शेर शिकार दबे पांव
शेर शिकार दबे पांव बगैर आहट ही करता है भरोसा और धेर्य रखना जरूरी है…!!!
चल ओ रे मांझी
चल ओ रे मांझी तू चल ।
अपनी राहों को बनाके एक कश्ती हर पल
न दे के हवाला की क्या होगा यहाँ कल
कुछ अधूरी ख्वाईशो मे भर और बल
कभी उन्हें अपना बना,उनके रंगों मे ढल
युही हर मोड़ हर शहर हर डगर
मुसलसल कर कुछ तू यु पहल
चल ओ रे मांझी तू चल ।
कलम में जोर जितना है
कलम में जोर जितना है जुदाई की बदौलत है…
मिलने के बाद लिखने वाले लिखना छोड़ देते हैं…
रिश्तों में गर्माहट
रिश्तों में गर्माहट बरकरार रखिए,
मौसम तो अभी और सर्द होगा..!!
मत जियो उसके लिए
मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो |
जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये
आरज़ू थी तुम्हारी
आरज़ू थी तुम्हारी तलब बनने की !!
मलाल ये कि तुम्हारी लत लग गयी !!