उसने पुछा के

उसने पुछा के सबसे ज्यादा क्या पसन्द है तुम्हे…
हम बहुत देर तक उसे देखते रहे के शायद वो समझ जाये…

खुद ही रोये

खुद ही रोये और रो कर चुप हो गए…
यही सोचकर की,
काश
कोई अपना होता तो रोने न देता …

दुआओ को भी

दुआओ को भी अजीब इश्क है
मुझसे…
वो कबूल तक नहीं होती
मुझसे जुदा होने के डर से ..