सबको फिक्र है अपने आप को सही साबित करने की..!
ज़िन्दगी, जिन्दगी नहीं कोई इल्जाम हो जैसे..!!
Tag: Urdu Shayri
सच्चे दिल से
सुनो.. इस दूनिया मेँ हर वो एक शख्स अकेला हैँ
जिसने सच्चे दिल से मोहब्बत की हैँ…!!
रात को सोते हुए
रात को सोते हुए एक बेवज़ह सा ख़याल आया….
सुबह न जाग पाऊँ तो क्या उसे ख़बर मिलेगी
कभी…..!
सौ गुना बेहतर है
तन्हाई’ सौ
गुना बेहतर है,
झुठे “वादों” से…!
झुठे “लोगों” से…!!
जो नही है
जो नही है
हमारे पास वो ” ख्वाब ” हैं,
पर जो है हमारे पास वो ” लाजवाब ” हैं…
मेरे वजूद पे
मेरे वजूद पे
उतरी हैं लफ़्ज़ की सूरत,,
भटक रही थीं ख़लाओं में ये सदाएँ कहीं।।
अधूरी हसरतों का
अधूरी हसरतों का आज भी इलज़ाम है तुम
पर…!!
अगर तुम चाहती तो….. ये मोहब्बत ख़त्म ना होती….!!
रज़ामन्दी से हुआ
इश्क़ ” का बँटवारा , रज़ामन्दी से हुआ …
चमक उन्होंने
बँटोरी , तड़प हम ले आये !
तगाफुल का हम गिला
करने गये थे उनसे तगाफुल का हम गिला..
की एक ही निगाह
कि हम खाक हो गये..!
ज़िंदगी हमारी यूँ
ज़िंदगी हमारी यूँ सितम हो गयी;
ख़ुशी ना जाने कहाँ दफ़न हो गयी;
बहुत लिखी खुदा ने लोगों की मोहब्बत;
जब आयी हमारी बारी तो
स्याही ही ख़त्म हो गयी