याद रूकती नहीं रोक पाने से …..
दिल मानता नहीं किसी के समझाने से …
रुक जाती हैं धड़कनें आपके भूल जाने से …..
इसलिए आपको याद करते हैं जीने के बहाने से …
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
याद रूकती नहीं रोक पाने से …..
दिल मानता नहीं किसी के समझाने से …
रुक जाती हैं धड़कनें आपके भूल जाने से …..
इसलिए आपको याद करते हैं जीने के बहाने से …
जिनका मिलना नही होता किस्मत
मे….
उनकी यादें कसम से कमाल की होती
है|
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग..
मुझे मालूम था कि वो रास्ते कभी मेरी मंजिल तक
नहीं जाते थे,
फिर भी मैं चलता रहा क्यूँ कि उस राह में कुछ अपनों
के घर भी आते थे!
मोहब्बत यूँ ही किसी से हुआ नहीं करती….,
अपना वजूद भूलाना पडता है,किसी को अपना बनाने के लिए…।
हम शायरी में तेरा चर्चा नहीं होने देते
तेरी यादों को भी रुसवा नहीं होने देते
मिल जाए आसानी से,उसकी ख्वाहिश किसे है?
जिद तो उसकी हैं जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं…॥
मैं कैसे उस शख्स को रूला सकता हूँ,
जिस शख्स को मैनें खुद रो रो कर माँगा है…॥
अब जब जलेबी की तरह उलझ गई है जिंदगी
तो ख्वाहिशोंसे खीचातानीं ठीक नहीं…
चासनी में डूबकर जिंदगी का लाभ उठाऐ
पत्तों सी होती है कई रिश्तों की उम्र,
आज हरे…….
कल सूख जाएँगे….
क्यों ना जड़ों से सीखें… रिश्ते निभाना