याद रूकती नहीं रोक पाने से

याद रूकती नहीं रोक पाने से …..

दिल मानता नहीं किसी के समझाने से …

रुक जाती हैं धड़कनें आपके भूल जाने से …..

इसलिए आपको याद करते हैं जीने के बहाने से …

मुझे मालूम था

मुझे मालूम था कि वो रास्ते कभी मेरी मंजिल तक
नहीं जाते थे,
फिर भी मैं चलता रहा क्यूँ कि उस राह में कुछ अपनों
के घर भी आते थे!

जब जलेबी की तरह

अब जब जलेबी की तरह उलझ गई है जिंदगी
तो ख्वाहिशोंसे खीचातानीं ठीक नहीं…
चासनी में डूबकर जिंदगी का लाभ उठाऐ