तेरा इश्क़
जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है,
तुम
दूर हो कर भी तब कितने क़रीब लगते हो…
Tag: Shayri
भटकने पर मजबूर
हालात कर देता है भटकने
पर मजबूर……………..
घर से निकला हुआ हर शख्स
आवारा नही होता ………….
ख़ामोशी फितरत हमारी
समंदर सारे शराब होते तो
सोचो कितने फसाद होते,
हकीक़त हो जाते ख्वाब सारे तो
सोचो कितने फसाद होते..
किसी के दिल में क्या छुपा है
बस ये खुदा ही जानता है,
दिल अगर बेनक़ाब होते तो
सोचो कितने फसाद होते..
थी ख़ामोशी फितरत हमारी
तभी तो बरसों निभा गई,
अगर हमारे मुंह में भी जवाब होते
तो सोचो कितने फसाद होते..
हम अच्छे थे पर लोगों की
नज़र मे सदा रहे बुरे,
कहीं हम सच में खराब होते तो
सोचो कितने फसाद होते….. !!!!
जिंदगी देकर भी
खरीद सकते उन्हें तो
अपनी जिंदगी देकर भी खरीद लेते ,
पर कुछ लोग “कीमत” से नही
“किस्मत” से मिला करते हैं…
कलाकारी करते करते
थक गया है गम भी अपनी
कलाकारी करते करते,
ऐ खुशी तु भी अपना किरदार निभा दे जरा।
लफ्जों मे जिंदगी
कीतने कम लफ्जों मे जिंदगी को बयाँ करुँ ?
लो तुम्हारा नाम लेके किस्सा तमाम करुँ !!
ताकत दवाओं की
परखता रहा उम्र भर, ताकत दवाओं की,
दंग रह गया देख कर, ताकत दुआओं की!!?
कमबख्त ये ज़िंदगी
जो लम्हा साथ हैं, उसे जी भर के जी लेना,
कमबख्त ये ज़िंदगी, भरोसे के काबिल नहीं होती…
जिंदा दिली से चलती है..
कशिश हो तो दुनियां मिलने को मचलती है,
जिन्दगी शर्तो से नहीं जिंदा दिली से चलती है..
अब चादर के नीचे
तुझे चिठ्ठीयाँ नहीं करवटों की नकल भेजेंगे..
अब चादर के नीचे ..
कार्बन लगाने लगे हैं हम..