मोत से तो दुनिया मरती हैं आशीक तो बस प्यार से ही मर जाता हैं|
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निकली थी बिना नकाब
निकली थी बिना नकाब आज वो घर से मौसम का दिल मचला लोगोँ ने भूकम्प कह दिया|
हम तो पागल हैं
हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही
दिल की बात कह जाते हैं और कई
इन्सान गीता पर हाथ रख
कर भी सच नहीं कह पाते है…
उम्र भर के
उम्र भर के आंसू ज़िन्दगी भर का ग़म,
मोहब्बत के बाज़ार में बहुत महंगे बिके हम !!
मुस्कुराना सीखना पड़ता है …
मुस्कुराना सीखना पड़ता है …!रोना तो पैदा होते ही विरासत में मिल गया था….
न हथियार से
न हथियार से मिलते हैं न अधिकार से मिलते हैं….!!
दिलों पर कब्जे बस अपने व्यवहार से मिलते है….!!
आज तो हम
आज तो हम खूब रुलायेंगे उन्हें,
सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत है!
टपक पड़ते है
टपक पड़ते है आंसू जब तुम्हारी याद आती है,
ये वो बरसात है जिस का कोई मोसम नहीं होता!!
खुश नसीब होते हैं
खुश नसीब होते हैं बादल,
जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते हैं,
और एक बदनसीब हम हैं,
जो एक ही दुनिया में रहकर भी.. मिलने को तरसते हैं…
यहाँ हर कोई
यहाँ हर कोई रखता है खबर ,
गैरो के गुनाहों की …..
अजब फितरत हैं ….
कोई आईना नही रखता !!