किसी को पाने के लिए अपनों को छोड़ना
खुदगर्जी होती है मोहब्बत नहीं….
Tag: Shayri
ग़रीबी देख कर
ग़रीबी देख कर घर की , वो बच्चे ज़िद
नही करते
वरना उम्र बच्चो की बड़ी शौकीन
होती है
अजब तमाशे है
अजब तमाशे है दुनिया में यारों,
कौडिया में इज्जत और करोड़ों में कपड़े बिकते हैं.
उनकी भी अदाएं
उनकी भी अदाएं बेमिसाल है मुसाफिर
बोलते है तो सवाल करते है
और चुप रहे तो वजह पूछ लेते है ।
हवा से कह दो
हवा से कह दो खुद को आज़मा के दिखाये,
बहुत चिराग बुझाती है एक जला के दिखाये!!
शर्मिंदा करते हो
क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज, हाल हमारा पूँछ कर , हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा है..
कोई दिल में
कोई दिल में जगह क्या देगा , पैरों से रोंद देगा ,
अच्छा नहीं होता यारों बहुत अच्छा होना भी …!!!!
इश्क का दस्तूर
इश्क का दस्तूर तो यही होता है
जिसने किया वो बस फना होता है
दो मीठे बोल
प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो हमें..
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दौलत दिखाई..
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तो सारे जहान की कम पड़ जाऐगी
अजीब दस्तूर है
अजीब दस्तूर है, मोहब्बत का,
रूठ कोई जाता है, टूट कोई जाता है