हम भी वही होते हैं,
रिश्ते भी वही होते हैं,
और रास्ते भी वही होते हैं,
बदलता है तो बस…..
समय, एहसास, और नज़रिया…!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हम भी वही होते हैं,
रिश्ते भी वही होते हैं,
और रास्ते भी वही होते हैं,
बदलता है तो बस…..
समय, एहसास, और नज़रिया…!!
तुम्हारे बिन न जाने क्यों सफ़र अच्छा नहीं लगता
बड़ा दिलकश है हर मंजर मगर अच्छा नहीं लगता
तुम्हारे बिन न जाने क्यों सफ़र अच्छा नहीं लगता
और
जमाने भर की सारी नेमतें मौजूद हो लेकिन
जमाने भर की सारी नेमतें मौजूद हो लेकिन
अगर बेटी ना हो घर में घर अच्छा नहीं लगता…
फूल रखिए ना रखिए, किसी की राहों में, ..
साहेब
पर लबों पे सब के लिए दुआ जरूर रखिए..!!!
ख्वाहिशों को बेलगाम मत छोड़ो।ये बाग़ी हो जाएं तो हराम,हलाल,जाएज़,नाजायज़ कुछ भी नहीं देखतीं।
ज्यादा ख्वाहिशें नहीं ऐ जिन्दगी तुझसे हमे,,बस तेरा अगला लम्हा पिछले से बेहरतीन हो…
सब्र तहज़ीब है हमारी,तुम क्या समझते हो हम बेजुबां है।
खुद को कमजोर ना समझना,
खुद की अंदर की ताकत कों पहचानों,
फिर जिंदगी की हर जंग में फतेह तुम्हारी ही होंगी….!!
गहरी बातें समझने के लिए गहरा होना जरुरी है,
और
गहरा वही हो सकता है जिसने गहरी चोटें खायी हो
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
उसने जब फूल को छुआ होगा
होश, खुशबू के उड़ गए होंगे|