वो इस तरह

वो इस तरह मुस्कुरा रहे थे , जैसे कोई गम छुपा रहे थे……! . बारिश में भीग के आये थे मिलने, शायद वो आंसु छुपा रहे थे…!!

इतेफाक देखिये शायर ने

इतेफाक देखिये शायर ने शायर के नज्म को देखा इतमिनान से हैं वो जिसे शायर ने अपनी नज़्म में देखा|

हमने जाना के सोच समझ कर

हमने जाना के सोच समझ कर किसी को हाल ए दील बताना…… और ये भी जाना के क्या होता है आखो का समन्दर हो जाना….

वो कहानी थी

वो कहानी थी, चलती रही, मै किस्सा था, खत्म हो गया…!!!

जब तक ये दिल

जब तक ये दिल तेरी ज़द में है तेरी यादें मेरी हद में हैं। तुम हो मेरे केवल मेरे ही हर एक लम्हा इस ही मद में है । है दिल को तेरी चाह आज भी ये ख्वाब ख्वाहिश-ऐ- बर में है । मुहब्बत इवादत है खुदा की और मुहोब्बत उसी रब में है।

तेरी मुस्कुराहट पे

तेरी मुस्कुराहट पे दिल जानिश़ार हैं तेरी मोहब्बत पे हम यू गिरफ्तार हैं!

नशा मुझ में है

नशा मुझ में है और मुझी में है हलचल अगर होता नशा शराब में तो नाच उठती बोतल|

कुछ भी बचा न कहने को

कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई.., आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई..!!

चराग़-ए-तूर

चराग़-ए-तूर जलाओ बड़ा अँधेरा है, ज़रा नक़ाब उठाओ बड़ा अँधेरा है…

दूसरों पर अगर तब्सिरा कीजिए

दूसरों पर अगर तब्सिरा कीजिए, सामने आइना रख लिया कीजिए…

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