बिन थके बेधड़क हर रोज़ चली आती हैं..!!
ख्वाहिशें
इतवार को भी..आराम नहीं करतीं..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बिन थके बेधड़क हर रोज़ चली आती हैं..!!
ख्वाहिशें
इतवार को भी..आराम नहीं करतीं..!!
बहुत ख़ूबसूरती देखी इस ज़माने में..
सब भूल गया जब झाँका
तेरी निगाहों में..!”
ना
चाहते हुए भी आ जाता है, लबो पर नाम तेरा..
कभी तेरी तारीफों में, तो कभी तेरी शिकायत
मे..!
तेरे ज़िक्र भर से हो जाती है मुलाक़ात जैसे..
तेरे नाम से भी इस क़दर
इश्क़ है मुझ को..!
तुम्हारे बगैर ये वक़्त, ये दिन और ये रात
जान मेरी… गुजर
तो जाते हैं मगर, गुजारे नहीं जाते…
Likh doon
yaa rehny doon..
Woh nazam tere naam ki..!
Chupchap chal
rahe the,
Zindagi ke safar me…!!!
Aap par nazar padi,
Aur gumrah
ho gaye…!!!
जरूरतें भी जरूरी हैं जीने के लिये …..लेकिन …
तुझसे जरूरी तो जिंदगी भी नही……..
आज दिल में एक अजीब सा दर्द है मेरे मौला ।
ये तेरी दुनिया है! तो यहाँ इंसानियत क्यों मरी है।
एक उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंनें,
जिसको अपना माना उसे कभी परखा नही..