बन्दा खुद की नज़र में सही होना चाहिए…
दुनिया तो भगवान से भी दुखी है |
Tag: Shayari
बीतता वक़्त
बीतता वक़्त है
लेकिन,
खर्च हम हो जाते हैं ।
Tu wo zaalim
Tu wo zaalim hai
jo dil mein rehkar bhi
mera na ban saka
aur dil wo kaafir,
jo mujhme rehkar bhi
tera ho gaya
इश्क़ तो बस
इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने,
एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो
जहर से खतरनाक
जहर से खतरनाक है यह मोहब्बत,
जरा सा कोई चख ले तो मर मर के जीता है‼️
सज़ा-ए-मौत
कुछ लोग सिखाते है मुझे प्यार के क़ायदे कानून,
नही जानते वो इस गुनाह में हम सज़ा-ए-मौत के मुज़रिम हैं…….
Mujh par utri hai
Shor-e-vahshat bhi nahin,
tangi-e-daaman bhi nahin
mujh par utri hai
mohabbat badi tehzeeb ke sath
Dosti Kam Na Ho
Zindgi Gujar Jaye
Par….
Dosti Kam Na Ho,
Yaad Hame Rakhana,
Chahe Paas Ham Na
Ho,
Qayamat Tak Chalta
Rahe
Dosti Ka ye Safar,
Dua Karo Kabi
ye ……
RISHTA Khatam Na
ho…
किसी की कदर
सीख जाओ वक्त पर किसी की
कदर करना…
शायद सैल्फी इस बात का प्रमाण है के हम ज़िंदगी में
इतने अकेले रह गए है
कि हमारे आस पास हमारी फोटो खींचने वाले यार
दोस्त भी नहीं बचे”
जिंदगी के रूप में
जिंदगी के रूप में दो घूंट मिले,
इक तेरे इश्क का पी चुके हैं..दुसरा तेरी जुदाई का पी रहे हैं !!!!