मुझे किसी के बदल जाने का गम नही है,
बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुझे किसी के बदल जाने का गम नही है,
बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी..!!
पानी मर्यादा तोड़े तो “विनाश”
“और”
वाणी मर्यादा तोड़े तो “सर्वनाश”
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी
भी डंख मारने से नहीं चुकती
इसलिए होंशियार रहें…
बहुत मीठा बोलने वाले भी
‘हनी’ नहीं ‘हानि’ दे सकते है
जिन्दगी जख्मो से भरी है,
वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है एक दिन मौत से,
फिलहाल दोस्तों के साथ जिन्दगी जीना सीख
लो..!!
वो मुझ से बिछड़ी तोह बिछड़ गयी ज़िन्दगी मुझसे,
मैं ज़िंदा तो रहा मगर जिन्दो में ना रहा………….
आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं,
है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए !!
बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो,
…
अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।
पास रहकर, जुदा सी लगती है ,जिंदगी बेवफा सी लगती है..!!!
मै तुम्हारे बगैर भी जी लूँ , ये दुआ बद दुआ, सी लगती है .!!!
नाम उसका लिखा है आँखों में,आसुओं की ख़ता सी लगती है.!!!
वो भी इस तरफ से गुज़रा है, ये ज़मी आसमां सी लगती है .!!!
प्यार करना भी जुर्म है शायद आज, दुनिया खफ़ा सी लगती है .!!!
पास रहकर जुदा सी लगती है ,जिंदगी बेवफा सी लगती है ..!!!
सस्ता न समझ ये इश्क़ का सौदा पगली,
तेरी हँसी के बदले पूरी जिंदगी दे रहा हूँ…….
उठ न जाए ऐतबार ज़माने का….!!
ऐ मुहब्बत, किसी को तो रास आ तू….!!!