सोचा ही नहीं था ज़िन्दगी में ऐसे भी फ़साने होंगे,
रोना भी ज़रूरी होगा,आंसू भी छुपाने होंगे।
Tag: Pyari Shayari
तफ़सील से तफ्तीश जब हुई
तफ़सील से तफ्तीश जब हुई मेरी गुमशुदगी की,
मैं टुकड़ा टुकड़ा बरामद हुई उनके ख्यालों में
कहा सिर्फ उस ने
कहा सिर्फ उस ने इतना के ख़ामोशी है मुझे बहुत पसंद इतना सुनना था के हम ने अपनी धडकनें भी रोक ली|
न जाने क्यूँ
न जाने क्यूँ बहुत उदास है दिल आज….
लगता है की किसीका पक्का इरादा है हमें भूल जाने का
महफ़िल की ये संध्या
महफ़िल की ये संध्या ऐसे शांत क्यों हो गयी..क्या मेरे शायर दोस्तों के कलम की श्याहि समाप्त हो गयी।।
हर इक ग़म को
हर इक ग़म को दिया करती हैं अब गिन-गिन के मोती
ये आँखें दिन-ब-दिन कंजूस होती जा रही हैं।।।।
मुझे समझाया न करो
मुझे समझाया न करो अब तो हो चुकी,
मोहब्बत मशवरा होती तो तुमसे पूछकर करते |
कुछ अधूरे एहसासों ने
कुछ अधूरे एहसासों ने ही तो थामा है हर पल,
चाँद तो पूरा होके भी रात का न हुआ……
हर मर्ज़ का इलाज
हर मर्ज़ का इलाज नहीं दवाखाने में…
कुछ दर्द चले जाते है सिर्फ मुस्कुराने में…!!!
मौत बेवज़ह बदनाम है
मौत बेवज़ह बदनाम है साहब,
जां तो ज़िंदगी लिया करती है|