मोहब्बत के रास्ते कितने भी मखमली क्यो ना हो…
खत्म तन्हाई के खंड़हरो मेँ ही होते है….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मोहब्बत के रास्ते कितने भी मखमली क्यो ना हो…
खत्म तन्हाई के खंड़हरो मेँ ही होते है….!!
अपनी कीमत उतनी रखिए, जितनी अदा हो सके
अगर अनमोल हो गए तो तनहा हो जाओगे..!!
ये सफ़र से.. ख़ुद से ख़ुद में था
लोग समझे शहर से शहर बदला !!
खुशियों का रंग दर्द की तस्वीर बदल दे
अब तो हमारे पाँव की ज़ंज़ीर बदल दे…
लिक्खा नही नसीब में तूने वो एक शख्स
मौला तू मेरे हाथ की तकदीर बदल दे
किस हक़ से मांगू तुमसे तुम्हारा वक़्त
ना वक़्त मेरा है और ना तुम मेरे हो ..
भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाता है…!!! और दूसरों पर रखो तो कमजोरी बन जाता है…!!!
मैंने आंसू को समझाया, भरी महफ़िल में ना आया करो,
आंसू बोला, तुमको भरी महफ़िल में तन्हा पाते है,
इसीलिए तो चुपके से चले आते है…
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोका दिया
मेरा यकिन तुम पर था, किस्मत पर नही..
बहुत तेज दिमाग चाहिए…..
गलतियाँ नीकालने के लिए ।
लेकिन एक सुंदर दिल होना चाहिए….
गलतियाँ कबुल करने के लिए ।
ना किस्सों से और ना किश्तों से..
ये ज़िन्दगी बनती है कुछ रिश्तों से…