पानी भी क्या अजीब चीज़ है नजर उन आँखों में आता है जिनके खेत सूखे हैं
Tag: Pyari Shayari
बहुत संभल के
बहुत संभल के चलने से….. थक गया है दिल
अब लड़खड़ा के धड़ाम से……. गिरने को जी
करता है
अपनी ही एक अदा है..
दर्द की भी अपनी ही एक अदा है…वो भी सिर्फ सहने वालों पर ही फिदा है..
कुछ चीज़े कमज़ोर की
कुछ चीज़े कमज़ोर की हिफाज़त में भी महफूज़ हैं …
जैसे,
मिट्टी की गुल्लक में लोहे के सिक्के ….
हर मर्ज का इलाज
हर मर्ज का इलाज मिलता नहीं दवाखाने से,
अधिकतर दर्द चले जाते हैं सिर्फ मुस्कुराने से..
लिखते जा रहे हो
लिखते जा रहे हो साहब
मोहब्बत हो गई..या खो गई है|
आजकल रिश्ते नाते
आजकल रिश्ते नाते, रोटी से हो गये,
थोड़ी सी आँच बढ़ी, और जल गये
सुना था लोगों से
सुना था लोगों से
वक्त बदलता है और अब .
वक्त ने बताया के
लोग भी बदलते है …….
कुछ बेरुखे रिश्तों ने
कुछ बेरुखे रिश्तों ने तोङा है हमें..!फिर पूछते हो तुम्हें हुआ क्या है…
कौन देगा चाय के पैसे
कौन देगा चाय के पैसे? मुसीबत थी यही,
इसलिए सब धीरे-धीरे चुस्कियां लेते रहे।