दर्द का क्या है

दर्द का क्या है, जरूरी नहीं चोट लगने पर होता है।
दर्द वहाँ अक्सर दिखता है, जहाँ दिल में अपनापन होता है।।

कुछ इस क़दर

कुछ इस क़दर दिलशिकन थे मुहब्बत के हादसे।
हम ज़िन्दगी से फिर कोई शिकवा न कर सके।।