आँखों मे ख्वाब

आँखों मे ख्वाब उतरने नही देता, वो शख्स मुझे चैन से मरने नही देता… बिछड़े तो अजब प्यार जताता है खतों मे, मिल जाए तो फिर हद से गुजरने नही देता… !!!

यादें जिंदा है

यादें जिंदा है अब भी उसकी…… रिश्ता जो चल बसा कब का……!!

कौन कहता है

कौन कहता है कुछ नही बदला अब में उसे”आप”कहता हूँ

ना कलम ना दवात

ना कलम ना दवात न कोई सलेट लेना , मुझेलिखने को बस तुम मुट्ठी भर रेत लेना , हवाओं में फिर रेज़ा रेज़ा बिखरुंगी मैं, बाहों में भर कर तुम फिर तुम मुझे समेट लेना ……

होती रहती है

होती रहती है आशिकों से इश्क में गलतियाँ. कोई जन्म से हीं मजनू और रांझा नहीं होता

कुछ नहीं है

कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ भी पढ लिया करो…!!

आप स्वयं से लड़ो

आप स्वयं से लड़ो, बाहरी दुश्मनों से क्या लड़ना? जो स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेंगे उन्हें आनंद की प्राप्ति होगी।

छोड दी हमने

छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी, आरजू करना, जिसे मोहब्बत, की कद्र ना हो उसे दुआओ, मे क्या मांगना…

कुछ इस अंदाज़ से

कुछ इस अंदाज़ से आईना देखते है वो के देखते हुए उन्हें कोई देखता न हो..

ज़माने से नहीं

ज़माने से नहीं, तन्हाई से डरते हैं, प्यार से नहीं, रुसवाई से डरते हैं, मिलने की उमंग है दिल में लेकिन, मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरते हैं…

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