आसान नही है हमसे यूँ शायरिओं में जीत पाना,
हम हर एक शब्द मोहब्बत में हार कर लिखते है।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आसान नही है हमसे यूँ शायरिओं में जीत पाना,
हम हर एक शब्द मोहब्बत में हार कर लिखते है।
प्यार वो नहीं, जो समझ आ जाए ,
इश्क़ वही, जो ताउम्र ना-समझ रहे|
आँख की छत पे टहलते रहे काले साए
कोई पलकों में उजाले नहीं भरने आया
कितनी दीवाली गईं, कितने दशहरे बीते
इन मुंडेरों पे कोई दीप ना धरने आया|
ताकि शाम को खरीद कर कुछ घर ले जा सकुं…
मैं शाम तक अपना वक़्त, दफ़्तर में बेचता हूँ …
अब किसी और से मोहब्बत कर लूं, तो शिकायत मत करना ये बुरी आदत भी मुझे तुमसे ही लगी है…!
वास्ता नही रखना तो फिर …
मुझ पे नजर क्यूं रखते हो …
मैं किस हाल में जिंदा हूँ …
तुम ये खबर क्यूं रखते हो …
बात सिर्फ दिल के एहसास की है,
वरना कई रिश्ते बिना मिले ही,
पूरी उमर गुजार देते है।
तेरे एहसासों की धूप में सुखा लिए मैंने गीले गेशू अपने ,
पर तुम न संजो पाए मेरे हसीन ख्वाबों को आंखों में अपने !!
वक्त नूर को बेनूर बना देता है
छोटे से जख्म को नासूर बना देता है
कौन चाहता है
अपनों से दुर रहना पर वक्त
सबको मजबूर बना देता है॥
दुश्मन भी दुआ देते हैं मेरी फितरत ऐसी है
दोस्त भी दगा देते हैं मेरी किस्मत ऐसी है |