मेरी चाहत सिर्फ तेरा प्यार पाने तक नहीं..!!
मेरी ख्वाहिश तेरे साथ जन्नत जाने की है
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मेरी चाहत सिर्फ तेरा प्यार पाने तक नहीं..!!
मेरी ख्वाहिश तेरे साथ जन्नत जाने की है
पसन्द करके प्यार नही किया जाता है …?
?प्यार करके पसन्द किया जाता
देखा जो तीर खा के, दुश्मनों की तरफ़..
अपने ही दोस्तों से मुलाकात हो गई..
ये आशिकों का शहर है
ज़नाब,
यहाँ सवेरा सूरज से नही,
किसी के दीदार से होता है !!!!!
हमारे इश्क की तो बस इतनी सी कहानी हैं:
तुम बिछड गए.. हम बिख़र गए..
तुम मिले नहीं.. और हम किसी और के हुए नही
हर एक शख्स ख़फ़ा,मुझसे अंजुमन में था…
क्योंकि मेरे लब पे वही था,जो मेरे मन में था…
बुरी सोचों के कारोबार में इतनी कमी तो है
कमाई होती है, बरक़त नहीं होती कमाई में
.
हम लबों से कह ना पाये,
उनसे हाल–ए–दिल कभी,
और वो समझे नही यह
ख़ामोशी क्या चीज है..
ख्वाब शीशे के थे पिघल गये,
जिंदगी तेरी आँच ज्यादा थी……
एक ठहरा हुआ खयाल तेरा,
न जाने कीतने लम्हों को रफ्तार देता है..!