यह दुनिया
इंसानों की बस्ती है फरिश्ता मत बन,
लोग पत्थर से तुझे मारेंगे
शीशा मत बन,
ऐसा कुछ कर कि सारा जमाना तुझे देखे,
अपनी
पहचान बना, भीड़ का हिस्सा मत बन..!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यह दुनिया
इंसानों की बस्ती है फरिश्ता मत बन,
लोग पत्थर से तुझे मारेंगे
शीशा मत बन,
ऐसा कुछ कर कि सारा जमाना तुझे देखे,
अपनी
पहचान बना, भीड़ का हिस्सा मत बन..!
ना आप अपने आप
को गले लगा सकते हो, ना ही आप अपने कंधे पर सर रखकर रो
सकते हो। ? एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी
है।इसलिये वक़्त उन्हें भी दो जो आपको चाहते है दिल से…|
दिल किसी से तब ही लगाना जब दिलों को पढ़ना सीख लो, हर एक चेहरे की फितरत मैं वफादारी नहीं होती.
कैसा है ये इश्क और कैसा हैं ये प्यार ,जीते-जी जो मुझ से , तुम दूर जा रहे हो..
कौन है इस जहान मे जिसे धोखा नही मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौका नही मिला…
तुम से बेहतर तो तुम्हारी निगाहें थीं,
कम से कम बातें तो किया करतीं थीं…
कहाँ खर्च करूँ , अपने दिल की दौलत…
सब यहाँ भरी जेबों को सलाम करते हैं…
माँ ने कुछ पैसे, आटे के डिब्बे में छुपाए थे…..
ख्वाब कुछ मेरे ,ऐसे पकाए थे.
बरबाद कर दिया हमें परदेस ने मगर
माँ सबसे कह रही है कि बेटा मज़े में है
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को .. !!
जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे .. !!