जहान की खिलावट

जहान की खिलावट में जुलूल नहीं आएगा,

गम-ए-तोहीन से कुबूल नहीं आएगा,

मक्लूल की इबरात है, यह कुर्फा ग़ालिब,

तुम पागल हो जाओगे पर यह शेर समझ नहीं आएगा….

एक ज़रा सी

एक ज़रा सी जोत के बल पर अंधियारों से बैर
पागल दिए हवाओं जैसी बातें करते हैं