दहेज से जली बेटी

दहेज से जली बेटी को

बाप ने जब आग देनी चाही तो
लाश कराहते हुए बोल पड़ी “बाबूजी

फिर मत जलाओ.,
जलने पर बड़ा दर्द होता है….!!

किसी ने अपना बनाया

किसी ने अपना बनाया, बना के छोङ दिया
मुझे गले से लगाया, लगा के छोङ दिया
गले से लगके मिले गैरों से वो महफिल मे
हमारा हाथ दबाया, दबाके छोङ दिया
मेरे सलाम का इस नाज से दिया है जवाब
अदब से हाथ उठाया, उठा के छोङ दिया