ये जो तेरा होकर भी ना होने का अहसास है…
बस ये अधूरापन ही मुझे जीने नहीं देता|
Tag: Pyar Shayari
उम्र भर ख़्वाबों की
उम्र भर ख़्वाबों की मंज़िल का सफ़र जारी रहा,
ज़िंदगी भर तजुरबों के ज़ख़्म काम आते रहे…
इश्क़ की चोट का
इश्क़ की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही,
दर्द कम हो या ज़ियादा हो मगर हो तो सही…
और कितना परख़ोगे
और कितना परख़ोगे तुम मुझे?
क्या इतना काफ़ी नहीं कि मैनें तुम्हें चुना है।
मुझे कहाँ से
मुझे कहाँ से आएगा
लोगो का दिल जीतना …!!
मै तो अपना भी
हार बैठी हूँ..!!
तुम इतने कठिन क्यूँ हो
तुम इतने कठिन क्यूँ हो की मैं तुम्हे समझ नहीं पाता,
थोड़े से सरल हो जाओ सिर्फ मेरे लिए !!
रब के फ़ैसले पर
रब के फ़ैसले पर भला कैसे करुँ शक,
सजा दे रहा है ग़र वो कुछ तो गुनाह रहा होगा !!
उम्र भर ख़्वाबों की
उम्र भर ख़्वाबों की मंज़िल का सफ़र जारी रहा,
ज़िंदगी भर तजरबों के ज़ख़्म काम आते रहे…
तुम्हारा साथ भी छूटा
तुम्हारा साथ भी छूटा , तुम अजनबी भी हुए
मगर ज़माना तुम्हें अब भी मुझ में ढूंढता है !!
लफ़्ज़ों से ग़लतफ़हमियाँ
लफ़्ज़ों से ग़लतफ़हमियाँ बढ़ रहीं है
चलो ख़ामोशियों में बात करते हैं.