हर रोज चुपके से निकल आते नये पत्ते यादों के दरख्तों में क्यूं पतझड़ नहीं होते…

हर रोज चुपके से निकल आते नये पत्ते यादों के दरख्तों में क्यूं पतझड़ नहीं होते…

हर रोज चुपके से निकल आते नये पत्ते यादों के दरख्तों में क्यूं पतझड़ नहीं होते… #picoftheday #photooftheday #design #life #shayri #shayari #hindi #followme #instapost #248

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