बहुत सुन्दर सन्देश लोहे को कोई नष्ट नहीं कर सकता बस उसका जंग….. उसे नष्ट करता है,
इसी तरह आदमी को भी कोई और नहीं बल्कि उसकी सोच….. ही नष्ट कर सकती है!!
सोच अच्छी रखो,
निश्चित अच्छा …… ही होगा
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बहुत सुन्दर सन्देश लोहे को कोई नष्ट नहीं कर सकता बस उसका जंग….. उसे नष्ट करता है,
इसी तरह आदमी को भी कोई और नहीं बल्कि उसकी सोच….. ही नष्ट कर सकती है!!
सोच अच्छी रखो,
निश्चित अच्छा …… ही होगा
तू छोड़ रहा है तो इसमें तेरी ख़ता क्या हर शख़्स मेरा साथ निभा भी नहीं सकता !!
अब सहारों की बात मत करना….…
अब दिलासों से भर गया है दिल….!!
कई रिश्तों को परखा तो नतीजा एक ही
निकला,
जरूरत ही सब कुछ है, महोब्बत कुछ नहीं
होती…..
मुझ पर इलज़ाम झूठा है
मोहब्बत की नहीं थी
हो गयी थी|
बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की..
बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गए..
जरुरी नहीं हर रिश्ता बेवफाई से ही खत्म हो,,,,
कुछ रिश्ते किसी की ख़ुशी के लिए भी खत्म करने पड़ते है !!
करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा
कोई बंदगी न मिले हर जनम में मिले दोस्त
तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले !!
बेनाम सा रिश्ता यूँ पनपा है
फूल से भंवरा ज्यूँ लिपटा है
पलके आंखे, दिया और बाती
ऐसा ये अपना रिश्ता है.!!!!
जब से वो मशहूर हो गये हैं, हमसे कुछ दूर हो गये हैं…