हर वक़्त ख्याल उसका ऐ दिल,
क्या मैं तेरा कुछ भी नहीं लगता..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हर वक़्त ख्याल उसका ऐ दिल,
क्या मैं तेरा कुछ भी नहीं लगता..
ज़िंदगी भर नम रहीं आँखें तो क्या .
ले तेरे बिन भी गुज़ारा कर लिया…
कोई मेरे दिल में रहकर भी ||
बेखबर है मुझसे ||
एहसास ए मोहब्बत क्या है ज़रा हमसे पूछो ?
करवटें तुम बदलते हो नींद मेरी उड़ जाती है …
मुझे सम्भालने मे इतनी अहेतीयात मत कर ,
मै बिखर न जाऊ कहीँ तेरी हिफाजत मे..
ग़ैरों से पूछता है तरीका निजात का…
अपनों की साजिशों से परेशान ज़िन्दगी…
तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने,
हमें इश्क का शौक है आवारगी का नही…!
नज़र से नज़र मिलाकर तुम नज़र लगा गए…
ये कैसी लगी नज़र की हम हर नज़र में आ गए!!
दिल को समझाने के बहाने बहुत हैं
पर आंखों के आँसू को छुपाऊँ कहाँ ?
कल जहाँ में था, आज वहाँ कोई और है।
वो भी एक दौर था, ये भी एक दौर है।