मुझे देखो न इस तरह गहरी निगाह से तुम….!!!
दिल डूबने सा लगता है मोहब्बत के ख्य्याल से
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुझे देखो न इस तरह गहरी निगाह से तुम….!!!
दिल डूबने सा लगता है मोहब्बत के ख्य्याल से
रंजिश ही सही , दिल को दुखाने के लिए आ,
आ फिर से मुझे , छोड़ जाने के लिए आ…..
जो फ़ना हो जाऊं तेरी चाहत में तो ग़ुरूर ना करना,
ये असर नहीं तेरे इश्क़ का, मेरी दीवानगी का हुनर है !
बहुत शौक था सब को जोङ के रखने का !
होश तब आया जब अपने वजूद के टुकङे देखे !!
परेशानियों ने भी क्या खूब याद रखा मेरे घर का पता….
बस ये खुशिया ही है जो आवारा निकली….!!
तुम कभी भी मोहब्बत आजमा के देखना मेरी हम जिंदगी से हार जायेंगे मोहब्बत से नहीं.
आओ बताता हूँ…
अपने दर्द कॊ क्यों नही दर्शाता हूँ…
साहेब घर चलाना पड़ता है…
इसलिए हर अपमान अपना सह जाता हूँ…
समंदर ने कहा मुझको बचा लो डूबने से…
मैं किनारे पे समन्दर लगा के आया हूँ…
हर चीज़ वक़्त के साथ बदलती है,
बस अगर हम वक़्त के साथ चले तो…!!
उसके जैसी कोई दूसरी कैसे हो सकती है,
अब तो वो खुद भी खुद के जैसी नहीं रही !!