मुझे तेरे प्यार मे
ऐसी ज़बरदस्ती चाहिये..
जो मैं छोडू हाथ तेरा,
तू बाहों में थाम ले मुझे..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुझे तेरे प्यार मे
ऐसी ज़बरदस्ती चाहिये..
जो मैं छोडू हाथ तेरा,
तू बाहों में थाम ले मुझे..
बड़ी मुश्किल से सीखा है,
खुश रहना उसके बगैर….!!
अब सुना है, ये बात भी
उसे परेशान करती हैं!!!!!
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
चुपचाप गुज़ार देगें तेरे बिना भी ये ज़िन्दगी,
लोगो को सिखा देगें मोहब्बत ऐसे भी होती है…
ज़िद्द मत किया करो मेरी दास्तान सुनने की..,
मैं हँस कर कहूँगा तो भी तुम रोने लगोगे…!
कुछ खूबसूरत पलों की महक सी हैं तेरी यादें
सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नही….
चाँदनी रातों में कुछ भीगे ख्यालों की तरह,
मैने चाहा है तुम्हें दिन के उजालों की तरह,
गुजरे थे जो कुछ लम्हें तुम्हारे साथ,
मेरी यादों में चमकते हैं वो सितारों की तरह
क्या हुआ जो उसने रचा ली मेहँदी,
हम भी अब सेहरा सजायेंगे,
तो क्या हुआ अगर वो हमारे नसीब में नहीं,
अब हम उसकी छोटी बहन पटायेंगे!
ज़ख़्म इतने गहरे है हमको मालूम ना था
हम खुदी पर वार करते रहे यह ख़याल ना था
खुद ही लाश बन गये इस ख़याल से के जनाज़े पे
वो मेरे आएँगे अब इस से ज़्यादा उनके
दीदार का इंतिज़ार क्या करे|
कोई सवाल करेगा तो क्या कहूँगा उसे,,
बिछड़ने वाले, सबब
तो बता जुदाई का