अब ना करूँगा

अब ना करूँगा अपने दर्द को बया किसी के सामने,
दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यूँ करना…!!!

बिन बात के ही

बिन बात के ही रूठने की आदत है,

किसी अपने का साथ पाने की चाहत है. . .

आप खुश रहें, मेरा क्या है,

मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है. . .