ख़त जो लिखा मैनें वफादारी के पते पर,
डाकिया ही चल बसा शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते !!
Tag: Hindi Shayris
पोंछ लो अपने बहते हुए
पोंछ लो अपने बहते हुए आँसुओ को ऐ दोस्त..भला
कौन रहना पँसद करता है, टपकते हुए मकानो मे.!!
इतना शौक मत रखो
इतना शौक मत रखो इन इश्क की गलियों में जाने का..
क़सम से रास्ता जाने का है आने का नही..!!
बदला हुआ वक़्त है
बदला हुआ वक़्त है ज़ालिम ज़माना है….
यहां मतलबी रिश्ते है फिर भी निभाना है…!!
कोशिश यही रहती है
कोशिश यही रहती है कि हमसे कभी कोई ना रूठे,
मगर नजर अंदाज करने वालो से हम नजर नहीं मिलाते…
तारीफ़ अपने आप की
तारीफ़ अपने आप की, करना फ़िज़ूल है….!
ख़ुशबू तो ख़ुद ही बता देती है, की वो कौन सा फ़ूल है……!!
सीख रहा हूँ
सीख रहा हूँ मै भी अब मीठा झूठ बोलने का हुनर, कड़वे सच ने हमसे, ना जाने, कितने अज़ीज़ छीन लिए|
खेलना अच्छा नहीं
खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से…
दर्द जान जाओगे जब कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से…
नाजुक लगते थे
नाजुक लगते थे,जो हसीन लोग वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले!!
बडे लोगों से
बडे लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखनाजहां दरिया समन्दर से मिला,,,, दरिया नहीं रहता|