अब ना करूँगा

अब ना करूँगा अपने दर्द को बया किसी के सामने,
दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यूँ करना…!!!

बिन बात के ही

बिन बात के ही रूठने की आदत है,

किसी अपने का साथ पाने की चाहत है. . .

आप खुश रहें, मेरा क्या है,

मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है. . .

इस दिल में

इस दिल में और कांटे चुभने से पहले,
ज़रा एक बार देख लो, कितना कांटे पहले ही

चुभा चुकी है ये दुनिया, तेरा ये काँटा कही आखरी न हो…..

मेरी आँखों में

मेरी आँखों में पढ़ लेते हैं, लोग तेरे इश्क़ की आयतें…
किसी में इतना भी बस जाना अच्छा नहीं होता|

मेरी आँखों में

मेरी आँखों में पढ़ लेते हैं, लोग तेरे इश्क़ की आयतें…
किसी में इतना भी बस जाना अच्छा नहीं होता|