बड़े प्यारे होते है न ऐसे रिश्ते.जिन पर
कोई हक़ भी न हो और शक भी न हो।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बड़े प्यारे होते है न ऐसे रिश्ते.जिन पर
कोई हक़ भी न हो और शक भी न हो।
कांटो से बच बच के चलता रहा उम्र भर..
क्या खबर थी की..
चोट एक फूल से लग जायेगी |
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र बढने के साथ…
बचपन कि जिद समझोतों में बदल जाती है..!!
मेरे मिज़ाज को समझने के लिए, बस इतना ही काफी है,
मैं उसका हरगिज़ नहीं होता…..
जो हर एक का हो जाये।
ज़िन्दगी मिली भी तो क्या मिली,
बन के बेवफा मिली…..
इतने तो मेरे गुनाह भी ना थे,
जितनी मुझे सजा मिली..
मै तो ग़ज़ल सुना कर अकेला खडा रह गया
सुनने वाले सब अपने चाहने वालों में खो गए..
सफ़र-ए-ज़िन्दगी में
इक तेरे साथ की ख़ातिर..!!
उन रिश्तों को भी
नज़रअंदाज़ किया जो हासिल थे..!!
आइना फिर आज रिश्वत लेते पकड़ा गया…
दिल में दर्द था, फिर भी चेहरा हँसता हुआ दिखाई दिया….!
बारिश में रख दो इस जिंदगी के पन्नों को,
कि धुल जाए स्याही,
ज़िन्दगी तुझे फिर से लिखने का
मन करता है कभी- कभी।।
जो नहीं है हमारे पास वो “ख्वाब” हैं,
पर जो है हमारे पास वो “लाजवाब” हैं…