कुछ तो असर था

कुछ तो असर था उसकी मुस्कराहट
मे तभी तो..!!

आज भी ये दिल दुनिया कि भिड़ मे
उसे ही ढूंढता है..!!

अभी-अभी एक

अभी-अभी एक टूटा तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था,

चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था !