ऐ दिल सोजा,
अब तेरी शायरी पढ़ने वाली
अब किसी और शायर की गजल बन गयी है..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ऐ दिल सोजा,
अब तेरी शायरी पढ़ने वाली
अब किसी और शायर की गजल बन गयी है..
Aaj Pucha Haal-e-Dil Usne
Aaj Dil Ki Ajeeb Haalat Hai
Aye mohabbat tujhe pane ki ab koi raah nahi,
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Tu toh usse hi milegi, jise teri koi parvaah nahi…
Sirf itna chahta Hu Tujh se
Mujhe Dimag se Nahi
Dil se Pyar Kar.!
अच्छा दहेज न दे सका मैँ, बस इसीलिए ;
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दुनिया के जितने ऐब थे,
मेरी बेटी मे आ गए….!!
#लाचारपिता
कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की महफिलों से,
तो हमें आवाज़ दे देना…हम आज भी अकेले रहते है ॥
बात छोटी है पर विचारणीय है…
जिस धागे की गांठ खुल सकती हो,
उस पर कैची मत चलाओ…!
कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की महफिलों से,
तो हमें आवाज़ दे देना…हम आज भी अकेले रहते है ॥
आंखों के सौ-सौ सपने हैं, सपनों की सौ बातें ।
इन सपनों में तेरे आने की ही सौ सौगातें ।।
अच्छा हुआ जिसे चाहा….
उसके नही हुए……
नही तो हम गुलाम ही हो जाते…..