जनाज़ा इसीलिए भारी था उस गरीब का…!! क्योकि वह सारे अरमान साथ लेकर चला गया…!!
Tag: Hindi Shayri
में जो समझता हु
में जो समझता हु और हर कोई नहीं समझता और जो लोग समझते है वो मुझे नहीं समझना.
विरासतो में नहीं मिला मुझे कुछ भी यारो
विरासतो में नहीं मिला मुझे कुछ भी यारो इसलिए पहचान बनाना अभी बाकि है .!!
एक सुबह ऐसी भी हो.!
एक सुबह ऐसी भी हो.! जहाँ आँखे जिंदा रहने के लिये नही..!! पर जिंदगी जीने के लिये खुले…!!
आप किसी इंसान का दिल बस तब तक दुखा सकते हो
आप किसी इंसान का दिल बस तब तक दुखा सकते हो जब तक वो आपसे प्रेम करता है…!!
अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का
अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का , सब को मंजिल का शौक है और मुझे रास्तों का .
असली प्यार तो वो होता था
असली प्यार तो वो होता था जब मां की एक बात का न मानना तो हवा में लहराती हुई “पैरागॉन “चप्पल आकर सीधी मुहं पर लगती थी!!!! 😁😁😁
Hum bhi baandhey gey
Hum bhi baandhey gey Tere Ishq mai Ehraam-e-Junoon, Hum bhi Dekhange Tamasha teri LaiLaai ka..!!
दर्द की कीमत क्या है
किसी ने यूँ ही पूछ लिया हमसे कि दर्द की कीमत क्या है; हमने हँसते हुए कहा, “पता नहीं… कुछ अपने मुफ्त में दे जाते हैं।”
इश्क का बँटवारा रज़ामंदी से हुआ
इश्क का बँटवारा रज़ामंदी से हुआ…!!! चमक उन्होने बटोरी… तड़प हम ले आए…!!!