मुझे इंसान को पहचानने की ताकत दो तुम….
या फिर मुझमें इतनी अच्छाई भरदो की….
किसी की बुराई नजर ही ना आये..
Tag: Hindi Shayri
तुझे तो मिल गये
तुझे तो मिल गये जीवन मे कई नये साथी,
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लेकिन…..
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“मुझे हर मोड़ पऱ तेरी कमी अब भी महसूस होती
है….!!
सज़दा कीजिये या
सज़दा कीजिये या मांगिये दुआये..
जो आपका है ही नही वो आपको मिलेगा भी नही..
वो फूल हूँ
वो फूल हूँ जो अपने चमन में न रहा,
वो लफ्ज़ हूँ जो शेरों सुख़न में न रहा,
कल पलकों पे बिठाया, नज़र से गिराया आज,
जैसे वो नोट हूँ जो चलन में न रहा।
रोएँगे देख कर
रोएँगे देख कर सब बिस्तर की हर शिकन को.
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वो हाल लिख चला हूँ करवट बदल बदल कर.
मेरी मासूम मोहब्बत
मेरी मासूम मोहब्बत ,
की गवाही न मांग मेरी पलकों पे सितारों ने इबादत की है…
जरा ठहर ऐ जिंदगी
जरा ठहर ऐ जिंदगी तुझे भी सुलझा दुंगा ,
पहले उसे तो मना लूं जिसकी वजह से तू उलझी है..
तकदीर ने यह कहकर
तकदीर ने यह कहकर बङी तसल्ली दी है मुझे कि..
वो लोग तेरे काबिल ही नहीं थे, जिन्हें मैंने दूर किया है..
जिन्दगी ने दिया
जिन्दगी ने दिया सब कुछ पर वफा ना दी
जख्म दिये सब ने पर किसी ने दवा ना दी
हमने तो सब को अपना माना
पर किसी ने हमे अपनो में जगह ना दी |
उस तीर से
उस तीर से क्या शिकवा, जो सीने में चुभ गया,
लोग इधर हंसते हंसते, नज़रों से वार करते हैं।