कभी तो खर्च कर दिया करो..
खुद को मुझ पर…
तसल्ली रहें..मामूली नही है हम|
Tag: Hindi Shayri
जुनून हौसला और पागलपन
जुनून हौसला और पागलपन आज भी वही है
थोडा सिरीयस हुआ हूँ सुधरा नही हूँ
उधर कीधर कीधर से
ईधर उधर कीधर कीधर से मिले,
दोस्ती के घाव जिगर विगर से मिले।
शमा बे दाग है
शमा बे दाग है जब तक उजाला न हुआ
हुस्न पे दाग है गर चाहने वाला न हुआ|
ज्यादा कुछ नहीं
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र बढने के साथ,
बस बचपन की जिद समझौतों में बदल जाती है…
जिस वक़्त दिल चाहे..
जिस वक़्त दिल चाहे… आप चले आओ
मैं……. कोई चाँद पर नहीं रहता
नसीहत सभी देते हैं
नसीहत सभी देते हैं गम को भुलाने की,
बताता वजह कोई नहीं मुस्कराने की…
गले मिलने को
गले मिलने को आपस में दुआयें रोज़ आती हैं,
अभी मस्जिद के दरवाज़े पे माएँ रोज़ आती हैं…
गैरों का होता है
गैरों का होता है,वो मेरा नही होता,
ये रंग बेवफाई का सुनहरा नही होता…
करते न हम मुहब्ब्त,रहते सुकून से,
अंधेरो ने आज हमको,घेरा नही होता…
जब छोड़ दिया घर को,किस बात से डरना,
यूँ टाट के पैबंद पे पहरा नही होता…
दुनिया से इस तरह हम,धोखा नही खाते,
लोगों के चेहरों पे,ग़र चेहरा नही होता…
लाजवाब कर दिया
लाजवाब कर दिया करते हैं वो मुझे अक्सर..
जब तैयार होकर कहते हैं; कि कुछ कहो अब मेरी तारीफ़ में !