समझदारी इसी में

समझदारी इसी में है की, कभी भी उस व्यक्ति पर पूरा भरोसा मत कीजिये,
जिससे आप एक बार भी धोखा खा चुके हो !!

अब तो आंखे भी

अब तो आंखे भी थक गई तेरी याद में रोते-रोते,कम्बख्त दिल है कि तुजे भुलाना ही नही चाहता|

रोज़ करता हूँ

रोज़ करता हूँ इरादा ऐ मेरे मौला तुझको भूल जाने का,
रोज़ थोड़ा-थोड़ा खुद को भूलने लगा हूँ अब।