ये तो मोहब्बत थी

ये तो मोहब्बत थी तुमसे जो तेरी बेवफ़ाई बर्दास्त कर गया।
ऐ बेवफा वरना तेरे सीने से वो दिल निकाल लेता जो मोहब्बत के काबिल ना था।

छत कहाँ थी

छत कहाँ थी नशीब में, फुटपाथ को जागीर समझ बैठे।
गीले चावल में शक्कर क्या गिरी ,बच्चे खीर समाज बैठे।