आज फिर की थी मैंने मोहब्बत से तौबा,
आज फिर उनकी तस्वीर देख कर नियत बदल गई।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आज फिर की थी मैंने मोहब्बत से तौबा,
आज फिर उनकी तस्वीर देख कर नियत बदल गई।
ख़ुदा के नाम पे जिस तरह लोग मर रहे हैं,
दुआ करो कि अकेला ख़ुदा ना रह जाए….!!
जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया,
हम सिख न पाये ‘फरेब’ और दिल बच्चा ही रह गया !
भले ही कोशिशें करो समझदार बनने की
लेकिन खुशियाँ बेवकूफियों से ही मिलेगी…
आँखे कितनी भी छोटी क्यों ना हो ,
ताकत तो उसमे सारे आसमान देखने की होती है ..
खुशियां तो तकदीरो में होनी चाहिए
तस्वीरो में तो हर कोई मुस्कुराता है !!
Don’t promise to always be there for someone,
and then leave when they need you the most.
Better isn’t something you wish,
it is something you become.
बारिश में भी “आरक्षण” होना चाहिए।
जनरल के घर 9 इंच
OBC के घर 18 इंच
ST SC के यहाँ 36 इंच
नेता के घर बादल फट जाय।।।
कर्मो से ही पहचान होती है इंसानों की..
अच्छे कपड़े तो बेजान पुतलो को भी पहनाये जाते है