खेत सूखे सूखे से थे

जिसके खेत सूखे सूखे से थे.. पानी,उसी की आँखों में नजर आया….!!!

ऐसा तराशा है

तकलीफों ने ऐसा तराशा है मुझको… हर गम के बाद ज्यादा चमकता हूँ..

बड़ी मुश्किलों के बाद

बड़ी मुश्किलों के बाद पत्थर बना हूँ, मैं जीना चाहता हूँ यारो मुझे मोम न करो…

पता नहीं इश्क है

पता नहीं इश्क है या नहीं फिर भी तेरी परवाह करना अच्छा लगता है|

अपनी हर बात रो

अपनी हर बात रो रो के मनवाना ये आँसुओ का गलत इस्तेमाल है साहिब|

दुनिया से लड़ सकता हूँ

मैं एक हाथ से पूरी दुनिया से लड़ सकता हूँ.. अगर तेरा हाथ मेरे दूसरे हाथ में हो…

ख़ुद ही चल कर आ गए

दर्जनों किस्से-कहानी ख़ुद ही चल कर आ गए… उस से जब भी मैं मिला इतवार छोटा पड़ गया…

लाख हम शेर कहें

लाख हम शेर कहें लाख इबारत लिक्खें बात वो है जो तिरे दिल में जगह पाती है !!

मोहब्बत करने वालों को

मोहब्बत करने वालों को वक़्त कहाँ जो गम लिखेंगें कलम इधर लाओ, इन बेवफ़ाओं के बारे में हम लिखेंगें|

एक दिल था

एक दिल था जो तुझे दे दिया.. हज़ार होते.. तो भी तेरे होते|

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