इंसान अगर ज्यादा मजबूत हो जाये,
तो रिश्ते कमजोर पड़ जाते है।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इंसान अगर ज्यादा मजबूत हो जाये,
तो रिश्ते कमजोर पड़ जाते है।
हमदर्दी ना करो, मुझसे ए मेरे हमदर्द यारो…..
वो भी मेरे हमदर्द थे, जो दे गये दर्द हजारों…
उड़ने दो मिट्टी,कहाँ तक उड़ेगी,
हवा का साथ छूटेगा, ज़मीं पर आ गिरेगी…!
लगता था ज़िन्दगी कोबदलने में वक़्त लगेगा…
क्या पता था बदलता हुआ वक़्त ज़िन्दगी बदल देगा..
खुली छतों पे दिए कब के बुझ गए होतेकोई तो है जो हवाओं के पर कतरता है……
लफ़्ज़ों ने बहुत मुझको छुपाया लेकिन….
उसने मेरी नज़रों की तलाशी ले ली
कुछ भी नहीं है बाक़ी बाज़ार चल रहा है,
ये कारोबार-ए-दुनिया बेकार चल रहा है|
परेशान मत हो मेरी जान,
कहा ना मैं हमेशा तेरे साथ हूँ !!
बहुत ही खूबसूरत होती है एक तरफ़ा मोहब्बत
ना ही कोई शिकायत होती है और
ना ही कोई बेवफ़ा कहलाता है|
जाने कब उतरेगा कर्ज उसकी मोहब्बत का,
हर रोज आँसुओं से इश्क की किस्त भरता हूँ..