मकान बन जाते है कुछ हफ़्तों में,
ये पैसा कुछ ऐसा है..
और घर टूट जाते है चंद पलों में,
ये पैसा ही कुछ ऐसा है…!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मकान बन जाते है कुछ हफ़्तों में,
ये पैसा कुछ ऐसा है..
और घर टूट जाते है चंद पलों में,
ये पैसा ही कुछ ऐसा है…!!
आओ नफरत का किस्सा, दो लाइन में तमाम करें,
दोस्त जहाँ भी मिले, उसे झुक के सलाम करें….
रिश्ते होते है मोतियों की तरह …
कोई गिर भी जाये तो झुक के उठा लेना चाहिए ।
बस यही सोचकर मैं शिकवा नहीं करता…!!!
हर कोई तो यहाँ पर वफ़ा नहीं करता….
प्यार है इश्क़ है,मोहब्बत है, क्या है….
पतंग मेरी कटती है उदास वो हो जाता है…..
यूँ परेशान ना करो.. मेरी धड़कनों को छूकर देखो…
ये लड़खड़ा जाती हैं… तुम्हारा ख्याल भर आने से…
जिंदगी में सबसे ज्यादा किम्मती चिज होती है साँसे हमने तो वो भी तेरे नाम कर दिया|
नाउम्मीद हो कर इश्क़ करो, क्या पता मुक़म्मल हो जाये!
हम दो किनारे ही बने रहें तो अच्छा है ,
मिल जाएंगे तो दुनिया प्यास से मर जाएगी..!!
जिन्हें पता है अकेलापन क्या है….
वो दूसरे के लिए हमेशा हाजिर रहते है !!